9 नवम्बर 2014
प्रेस विज्ञप्ति
सैकड़ों भोपाल के गैस पीड़ित कल जंतर मंतर पर शुरू होने वाले विरोध धकार्यक्रम में शामिल होने के लिए आज नीलम पार्क में इकट्ठे हो कर दिल्ली जाने वाली गाड़ियों के लिए रवाना हुए ।
2-3 दिसम्बर 84 के युनियन कार्बाइड हादसे की पांच गैस पीड़ित महिलाओ ने निर्णय किया है कि वह अपने अतिरिक्त मुआवजे की मांग को लेकर 10 नवम्बर से निर्जला अनशन पर बैठेंगे
इस विरोध कार्यक्रम का नेतृत्व करने वाले गैस पीड़ितों के पांच संगठनों, केंद्र सरकार द्वारा दायर सुधार याचिका में गैस काण्ड की वजह से हुई मौतों और बीमारियों के आंकड़ों में संसोधन की भी मांग कर रहे है । यह याचिका भारत की सर्वोच्च न्यायालय में दायर है और मुआवजे की मांग यूनियन कार्बाइड और डाव केमिकल से है
बालकृष्ण नामदेव, भोपाल गैस पीड़ित निराश्रित पेंशन भोगी मोर्चा के अध्यक्ष बालकृष्ण नामदेव कहते है, “मुख्यमंत्री के विश्वासघात के बाद हमने अपने विरोध प्रदर्शन को नई दिल्ली ले जाने का फैसला किया है | दिसम्बर 2011 में उन्होंने प्रत्येक गैस पीड़ित को 5 लाख रूपए मुआवजा देने का वादा किया था पर आज तक उन्होंने गैस पीड़ितों की कानूनी अधिकारों की रक्षा करने के लिए कुछ नहीं किया है । इसके बजाए राज्य सरकार द्वारा दायर सुधार याचिका में मौतों और बीमारियों के आंकडो को कम करके दिखा रही है और अमरीकी कंपनियों को मदद पहुचा रहे है
अन्य चार संगठनों के नेताओं: भोपाल गैस पीड़ित महिला स्टेशनरी कर्मचारी संघ, भोपाल गैस महिला पुरुष संघर्ष मोर्चा, डाउ कार्बाइड के खिलाफ बच्चे और
और भोपाल ग्रुप के फॉर इन्फार्मेशन एंड एक्शन ने भी राज्य सरकार के साथ अपनी निराशा व्यक्त की ।
गैस हादसे के बाद पैदा हुए बच्चों के संगठन की स्थापना करनेवाली साफरीन कहती है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हमसे लिखित में वादा किया था कि वह मुआवजे के मुद्दे पर पर प्रधानमंत्री धानमंत्री के साथ एक बैठक के लिए हमारे प्रतिनिधिमंडल में शामिल हो जाएगा । आज उस उद्देश्य से दिल्ली जा रहे लोगों में मुखयमंत्री नहीं दिख रहे है ।
Share this:



